भारत की पहली उड़ने वाली हाइब्रिड कार की संपूर्ण जानकारी। All the details of India's first flying hybrid car launch in Hindi
भारत के प्रतिभाशाली इंजीनियरों ने अपनी कड़ी मेहनत से यह साबित कर दिया है कि भारत किसी भी टेक्नोलॉजी में महारत हासिल करने की क्षमता रखता है। चेन्नई स्थित एक स्टार्टअप कंपनी "विनाटा एयरोमोबिलिटी" ने एशिया की पहली उड़ने वाली हाइब्रिड कार को आज लंदन में लॉन्च कर दिया है। भारत और एशिया की इस पहली हाइब्रिड कार को Excel exhibition में लॉन्च किया गया है जिसे दुनिया का सबसे बड़ा Helitech exhibition माना जाता है।
कुछ दिन पहले ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी अपने ट्विटर अकाउंट पर इस हाइब्रिड कार के बारे में जानकारी शेयर की थी।
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एशिया की पहली हाइब्रिड कार के खास फीचर्स:-
- Panoramic windows (300 Degree View)
- वर्टिकल टेक ऑफ और लैंडिंग
- मनोरंजन की सभी आधुनिक सुविधाएं
- भारत की पहली हाइब्रिड कार में अत्याधुनिक जीपीएस ट्रैकर लगा हुआ है जिससे इस हाइब्रिड कार को बहुत आसानी से ट्रैक किया जा सकता है।
विनाटा एयरोमोबिलिटी द्वारा निर्मित हाइब्रिड कार के टेक्निकल स्पेसिफिकेशन:-
- "विनाटा एयरोमोबिलिटी" द्वारा बनाई गई यह हाइब्रिड कार बायोफ्यूल और बैटरी पर काम करेगी।
- हाइब्रिड कार की अधिकतम गति 120 किलोमीटर प्रति घंटा होगी।
- इस हाइब्रिड कार का वजन 1000 किलोग्राम है और यह अपने साथ 250 किलोग्राम का अतिरिक्त वजन ले जा सकती है।
- भारत की इस हाइब्रिड कार को आवश्यकता के अनुरूप सड़कों पर भी चलाया जा सकता है।
- भारत की इस उड़ने वाली हाइब्रिड कार का रोटर कॉन्फ़िगरेशन, सम-अक्षीय क्वाड रोटर(Coaxial quad rotor) पर आधारित है।
- कंपनी के अनुसार ऐसी कोशिश की जा रही है कि इस कार के द्वारा 150 KM की दूरी को 45 मिनट्स के अंदर तय किया जा सके।
क्या भारत में बनी एशिया की पहली हाइब्रिड कार उड़ने के लिए सुरक्षित है?
- भारत में बनाई गई इस पहली हाइब्रिड कार में "डिस्ट्रिब्यूटेड इलेक्ट्रिक प्रोपल्शन सिस्टम" लगा हुआ है अर्थात इस कार में मल्टीपल मोटर्स और प्रोपेलर्स लगे हुए है। इस कारण यदि दुर्भाग्यवश एक मोटर या प्रोपेलर काम करना बंद कर देता है तो कार में मौजूद अन्य प्रोपेलर और मोटर बड़ी आसानी से कार की सुरक्षित लैंडिंग करा सकते हैं।
- यदि कार के पावर जनरेटर में अचानक कोई समस्या आ जाती है और कार में पावर सप्लाई बाधित हो जाती है तो बैकअप पावर का प्रयोग करके कार में लगी मोटर को पावर सप्लाई दी जा सकती है जिससे कार को उड़ने में कोई समस्या नहीं होगी।
- इस कार में इजेक्शन पैराशूट भी लगा हुआ है जिसकी सहायता से किसी भी इमरजेंसी की स्थिति में पैराशूट की मदद से कार से सुरक्षित रूप से जमीन पर उतर सकते है।
- इस हाइब्रिड कार का कॉकपिट पूरी तरह से airbag enabled है।
भारत में हाइब्रिड कार को कहां प्रयोग किया जा सकता है:-
- भारत में बनी इस अत्याधुनिक हाइब्रिड कार को भारत के भविष्य के रूप में देखा जा रहा है। इस कार का प्रयोग आने वाले समय में विशेष रुप से भारत के महानगरों जैसे दिल्ली, मुंबई, चेन्नई, कोलकाता में लोगों के आवागमन के साधन के रूप में किया जा सकता है और इस प्रकार भारत के इन बड़े शहरों की सड़कों पर ट्रैफिक का दबाव कम होने की आशा की जा सकती है।
- इमरजेंसी एंबुलेंस के रूप में भी हाइब्रिड कार बहुत ही उपयोगी साबित हो सकती है।
- पर्यटकों को पर्यटन स्थल का स्काई व्यू दिखाने के लिए भी हाइब्रिड कार का इस्तेमाल किया जा सकता है।
- हाइब्रिड कार का प्रयोग राजनेताओं या VIP व्यक्तियों के लिए भी किया जा सकता है। हाइब्रिड कार के प्रयोग के कारण पुलिस को सड़कों पर ट्रैफिक नहीं रोकना पड़ेगा और आम जनता को घंटो तक इंतजार करने से छुटकारा मिलेगा।
हाइब्रिड कार को चलाने का खर्च:-
- विनाटा एयरोमोबिलिटी के अनुसार इस हाइब्रिड कार में बायो फ्यूल का ही प्रयोग किया जाएगा इसलिए इस कार के ईंधन का खर्च कम ही रहेगा।
- इस हाइब्रिड कार के कॉम्पोनेंट्स बहुत ज्यादा कॉम्प्लेक्स नहीं है इसलिए इस हाइब्रिड कार के मेंटेनेंस का खर्च भी ना के बराबर ही होगा।
- कंपनी के अनुसार इस फ्लाइंग कार से 1 KM का सफर तय करने में 50 rs का खर्च आ सकता है।
यह हाइब्रिड कार कमर्शियल उपयोग के लिए कब तक उपलब्ध हो सकती है?
"विनाटा एयरोमोबिलिटी" के मुताबिक 2023 तक इस फ्लाइंग कार का फुल स्केल प्रोटोटाइप पेश कर दिया जाएगा और 2024-2025 के अंत तक यह कार कमर्शियल प्रयोग के लिए तैयार हो जाएगी। कंपनी के मुताबिक आने वाले वर्षों में इस कार की मांग में बढ़ोतरी होने पर कार की लागत में भी कमी आएगी।